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________________ maram 553 718 जैनसाहित्य और इतिहासपर विशद प्रकाश कुमारस्वामी 500 कोण्डकुन्दपुर 86, 603, 604 कुमारिल (मीमांसक विद्वान्) 300, कोण्डकुन्दपुरान्वय 605 302, 321, 656, 666 कौण्डिन्य ( गोत्र, कुमुदचन्द्र (प्राचार्य) 515, 516 कौशाम्बी 174 कुवलयमाला क्रियाकलाप कूरिणक (अजातशत्रु) 38. 36 क्रौंचराज 464 कृष्णदेव 643 क्षत्रियकुण्ड कृष्णराजप्रभु क्षुल्लकबंध कृष्णराज (नरसिंहपुत्र) 642 खपुट्टाचार्य कृष्णराज तृतीय ( मुम्मडिकृष्णराज खिस्रोन्दे उत्सन् ( तिब्बतका राजा ) प्रोडेयर) 652 कृष्णवर्मा 66. गद्यकथाकोश के 0 बी० पाठक 267, 324, 566, गंचिन्तामरिण 646,687,658, 656,667, गद्यप्रबन्धकथावली गर्दभिल्ल (राजा) के० भुजवली शास्त्री गगदेव केशववर्गी गंगवंदा केशवमेन (मूरि) 515 गम्नि महाभाष्य 271. 25, केशी 274, 276. 277, 276. 276. कैलाशचन्द्र शास्त्री 283, 288.286. 206. 260 कोट्याचार्य 263, 264 कोण्डकुन्द गिग्निगर (जूनागढ़) कोण्डकुन्दपुर कोण्डकुन्दाचार्य ____86, 150 गुग्णचन्द्राचार्य कोप्पन गुराघर 88, 596 कोशल (देश) 222 गुणधराचार्य 87,587, 586, कोंगुणिवर्मा 660, 66 5 61, 566, 600, 606 कोण्डकुन्दान्वय 60 गुणमद्र 600 गुणचन्द्र
SR No.010050
Book TitleJain Sahitya aur Itihas par Vishad Prakash 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Shasan Sangh Calcutta
Publication Year1956
Total Pages280
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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