________________ परि० १-काव्य चित्रोंका सोदाहरण परिचय 705 (12) इष्टपादवलय-प्रथमचतुर्थसप्तम वलयकाक्षर-चक्रवृत्तम् नष्टाहान मलोन शासनगुरो नम्र जनं पानिन नष्टम्लान सुमान पावन रिपूनप्यालुनन्मासन / नत्येकेन रुजोन सजनपत नन्दननन्तावन नन्दन्हानविहीनधामनयनो न: स्तात्पुनन्सजिन ||11 / / मा इस चक्रवत्तक गम में जो प्रक्षर है वही छहों आरोके प्रथमचतथं पोर समय बलयमें भी स्थित है, प्रम: 16 नार लिम्बा जाकर 28 वार पहा जाता है। 112 वो पच भी मारी।