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कीर्तिमान मुनि
श्राज से सैकड़ों वर्ष पूर्व, अयोध्या नगरी में, सूर्यावतंश महाराज पृथ्वीभूप राज करते थे । इनके पुत्र का नाम कीर्तिध्वज था । कुमार की बुद्धि बड़ी ही कुशान थी। निर्ग्रन्थ मुनि का उपदेश श्रवणं कर, एक दिन, महाराज का मन, संसार से उचट गयो । तव कैंमार के हाथों राज्य सोप, श्राप मुनि वन गये । कुमार राजा तो घनं गये । परन्तुं उन का भी मन था