________________ 443 प्रमाणप्रकाश जैनदार्शनिक साहित्य मल्लवादि धर्मोत्तरटिप्पणक पं० दलसुखभाईके पास (13 वीं) प्रद्युम्नसूरि वादस्थल जैनग्रन्थग्रन्थकारमें सूचित (13 वीं) जिनपतिसूरि प्रबोधवादस्थल (13 वीं) रत्नप्रभसूरि स्याद्वादरत्नाकरावतारिका प्रकाशित (13 वीं) देवभद्र जैन ग्रन्थग्रन्थकारमें सूचित (13 वीं) नरचन्द्रसूरि न्यायकन्दलीटीका जैनग्रन्थग्रन्थकारमें सूचित ( देवप्रभ शिष्य) (13 वीं) अभयतिलक पञ्चप्रस्थन्यायतर्कव्याख्या (14 वीं) तर्कन्यायसूत्रटीका न्यायालंकारवृत्ति मल्लिषेण स्याद्वादमञ्जरी प्रकाशित (14 वीं) सोमतिलक षड्दर्शनटीका जैनग्रन्थग्रन्थकारमें सूचित (वि० 1392) राजशेखर स्याद्वादकलिका जैनग्रन्थग्रन्थकारमें सूचित (15 वीं) रत्नाकरावतारिका पञ्जिका प्रकाशित षड्दर्शन समुच्चय जैनग्रन्थग्रन्थकारमें सूचित न्यायकन्दलीपञ्जिका ज्ञानचन्द्र रत्नाकरावतारिकाटिप्पण प्रकाशित ( 15 वी) जयसिंहसूरि न्यायसारदीपिका प्रकाशित ( 15 वी) Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org