________________ प्रकाशित प्रकाशित प्रकाशित " प्रकाशित ( अनुपलब्ध) प्रकाशित प्रकाशित 442 जैनदर्शन शान्तिसूरि न्यायावतारवार्तिक (पूर्णतल्लगच्छीय) सवृत्ति (वि०११वीं) मुनिचन्द्रसूरि अनेकान्तजयपताका(वि० .२वीं) वृत्तिटिप्पण वादिदेवसूरि प्रमाणनयतत्त्वा( १२वीं सदी) लोकालङ्कार स्याद्वादरत्नाकर हेमचन्द्र प्रमाणमीमांसा ( पूर्णतल्लगच्छ ) अन्ययोगव्यवच्छेदिका (वि० १२वीं) वादानुशासन वेदांकुश देवसूरि जीवानुशासन ( वीरचन्द्रशिष्य) (वि० 1162) श्रीचन्द्रसूरि न्यायप्रवेशहरिभद्र- ( वि. १२वीं) वृत्तिपञ्जिका देवभद्रसूरि न्यायावतारटिप्पण ( मलधारि श्रीचन्द्र शिष्य ) (वि० १२वों) मलयगिरि धर्मसंग्रहणीटीका (वि०१३) चन्द्रसेन उत्पादादिसिद्धि सटीक (प्रद्युम्नसूरि शिष्य) (वि० १३वीं) आनन्दसूरि सिद्धान्तार्णव अमरसूरि ( सिंहव्याघ्रशिशुक्र) रामचन्द्रसूरि व्यतिरेकद्वात्रिंशिका (हेमचन्द्र शिष्य) (13 वीं) प्रकाशित प्रकाशित अनुपलब्ध प्रकाशित Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org