________________ जैनदार्शनिक साहित्य मल्लवादि वि० ६वीं) 'नयचक्र (द्वादशार) सन्मतितकटीका प्रकाशित अनेकान्तजयपताकामें उल्लिखित प्रकाशित हरिभद्र (वि० ८वीं) हरिभद्र प्रकाशित जैनग्रन्थ ग्रन्थकार सूचीसे अनेकान्तजयपताका सटीक, अनेकान्तवाद प्रवेश, षड्दर्शनसमुच्चय, शास्त्रवार्तासमुच्चय सटीक, न्यायप्रवेश-टीका, धर्मसंग्रहणी, लोकतत्त्वनिर्णय, अनेकान्त प्रघट्ट, तत्त्वतरङ्गिणी, त्रिभङ्गीसार, न्यायावतारवृत्ति, पञ्चलिङ्गी, द्विजवदनचपेटा परलोकसिद्धि वेदबाह्यतानिराकरण सर्वज्ञसिद्धि स्याद्वादकुचोद्यपरिहार स्त्रीमुक्तिप्रकरण केवलभुक्तिप्रकरण , जैन साहित्य संशोधकमें प्रकाशित न्यायावतार-टीका प्रकाशित शाकटायन ( पाल्यकीर्ति) (वि० ९वीं) ( यापनीय) सिद्धर्षि (वि० १०वीं) अभयदेव सूरि ( वि० ११वीं) जिनेश्वरसूरि (वि० ११वीं) प्रकाशित सन्मतिटीका (वादमहार्णव) प्रमालक्ष्म सटीक पञ्चलिङ्गीप्रकरण प्रकाशित Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org