________________ 440 जैनदर्शन अज्ञातकर्तृक श्लोकवार्तिकटिप्पणी जैनमठ श्रवणवेलगोलामें उपलब्ध षड्दर्शनप्रपञ्च जैन भवन मूडबिद्रीमें उपलब्ध प्रमेयरत्नमालालघुवृत्ति मद्रास सूची नं० 1574 अर्थव्यञ्जनपर्याय-विचार , , 1557 स्वमतस्थापन जैनमठ मूडबिद्री सृष्टिवाद-परीक्षा सप्तमङ्गी षण्मततर्क शब्दखण्डव्याख्यान प्रमाणसिद्धि प्रमाणपदार्थ परमतखण्डन न्यायामृत " " नयसंग्रह नयलक्षण न्यायप्रमाणभेदी जैन सिद्धान्त भवन आरा न्यायप्रदीपिका प्रमाणनयग्रन्थ ___ " " प्रमाणलक्षण " " मतखंडनवाद विशेषवाद बम्बई सूची नं० 1612 श्वेताम्बर आचार्य उमास्वाति तत्त्वार्थसूत्र स्वोपज्ञ प्रकाशित ( वि० 3 री) सिद्धसेन दिवाकर न्यायावतार प्रकाशित ( वि० ५-६वीं) कुछ द्वात्रिंशतिकाएँ 1. "जैन ग्रन्थ और ग्रन्थकार' के आधारसे। भाष्य Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org