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इन दोनों के दो दो भेद हो गए है:
१- पुश बंध २० गदबंध
बदनिका के मेद है।- पदबन्ध
२. गइन बंध इसको रेखा चित्रदुवारा स्पष्ट क्यिा जा सकता है।
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दवावत
वर निका
मददध
पदबंध
गइदबंध
वनिकाव दवावत के 'शिल्प पर आलोचकों ने पर्याप्त प्रकाव डाला है। दवावन कोई छन्द नहीं है जिसमें मात्रामों वर्षों तथा गमों का विचारो। यह अमानुप्रास समय बात रयानुप्रास म्यानमार और किसी प्रकार माझा या यमक लिया हुमा मय का प्रकार त, माया, फारसी गई और
दी भाषा में प्रोककवियों और अपारी बारा प्रयोग में मामा मा मिलता हैवानिक लालीका प्रेम सागर बावि अन्धों में आया मई के बहार बानीवन बावि बा कारसी के अन्यों में देखा जाता है वह बायो प्रकार की होली
पर्वच पिक अनुप्रसा मिलाया गावर ली गयब मिले सामहीं मिली है।
(a )ीबोयामबर जिसका भाव कारबोवनको चौत बोचन की धाब पोखराकार घोडाबोम के फिराब सिरितारिखबाट . बाबा बने, चोर कोषो के पाट ।।
अशा हाधियों
का
रामाधी पवनाती के टो।