________________
६८३
मैं पुरानी हिन्दी में लिखी हुई यह रक्षा लोक आख्यानक *ह तथा जैनाचार्य श्री हीरानन्द रि द्वारा लिखी हुई है। अतः प्राप्त रचनाओं में सबसे अधिक प्रमाणित कृति विद्या विलास पवाडो ही है। जिदी साहित्य में वस्तुतः पवाड़ों संज्ञक रचनाओं का यदि श्री गणेश कोई रचना करती है तो यही हीरानंद विरचित विद्या विलास पवाडो हीरमा का अध्ययन हम आगे के पृष्ठों में प्रस्तुत कर रहे है।