________________
का प्रचार
प्रसार बढ़ता है:
बैंड सेन राजा बलवंत, धन जोगयो तेणे बलवंत थन उपरे मोह कीयो पोर मरता अति ध्यान हुवो थोर आर्तध्यान परी करी जाप,अजगर सर्प हुवो इस बाण
भंडार माहि अति ही अपार, कोप करे ते अतीह वीसार ' इस प्रकार पूर्व जन्मों का वर्णन करके पापकर्मों के निराकरण से कवि ने मनुष्यों की मह इत्तियों को जाग्रत कर उनका मुकाव धर्म की और बनाये रखने का सतत प्रयत्न क्यिा है।
बधा परिवर्तम और सपरिवर्तन की सूचना प्रद्युम्न चरित की ही भावि इहा छंदों में दी है उदाहरणार्थहा . ए क्या है। इही रही, अवर सुणी गुणवंत
ब्रह्म जीनदास ईम वीन,भवीयण तुम्हे जयवंत कवि के वर्णन सरल अंतधाभों से युक्त है।भाषा में प्रवाह और चरित गुणों के लेखन में एक चित्रात्मकता के दर्शन होते है। क्या तत्व पाठकों की रूचि को क्या नामक की ओर खींचता है। वर्षन की चित्रात्मकता अतथाओं का मिठास भाका की सरलता और प्रवाह देखिए। पास रासनी.
वानर नी क्या हवे कहा रायसुमो मुजाणतो मामा कर्म तेणं करयोर मप्रत्याख्यान इस जाणतो सुधन मगर एक गापीबेर, कुवेरबत्त बेड़ा सा तो पाया सुबत्ता बानी छ, म सो मागनो टीम दो ब्रेड मेडू करने उपनो ए, नागबल्स पुत्र जाणतो माया टीक बात धोए पूर्व पपो बसामतो'
१. बही, पत्र २१ २. वही पत्र ४। *बादिनाथ पुराण- आमेर शस्त्र मंडार. पत्र ५९॥