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रास की शिल्प योजना- वर्तमान काल में राम की स्थिति-विभिन्न प्रादेशिक नृत्यों में रास- रासक के तत्व- राजस्थान ब्रज और गुजरात में विविध नृत्यों में राम के वास्तविक तत्व राखों के परवर्ती अर्थ- निष्कर्ष व 9वीं शताब्दी के राम्र- भरतेश्वर बाहुबली रास और उसका अध्ययनकृति के नाम समय आदि सम्बन्धी पूर्ववर्ती विवानों के विचार+ कथा कट्टि और भरतेश्वर बाहुबली पर विरचित साहित्य कथा भाग- नाटकीय संलाप- विविध वर्णन- अनूठी उक्तियां- भाषा विचार- रस व्यंजना- अलंकार उनके विविध उद्धरण- मंद योजना- त्रिभिन्न प्रयुक्त छन्द -चंदनबाला राम और उसका अध्ययन जीवदना रास- कथा की कारुण्यता- स्थूलभद्र रास और उसका परिचय, रेवन्तगिरि रास- नेमिनाथ रास- १४वीं १५वीं शताब्दी के रास- गयसुकुमाल रास, कच्छूली राम- समरारास- मयणरेद्वारास
श्री जिनपदमभूरि पट्टाभिषेक रास कुमार पाल रास-पं पान्डव बरित राहुगौतम राम कलिकाल रास- सोलहकारण रास- इन राम्रों का विस्तत साहित्यिक विश्लेषण निष्कर्ष- (ब) फागकाव्यः फागु काव्यों का विश्लेषणमानव की उल्लाप्रधान अनुभूतियों का प्रत्येक रितु से सम्बन्ध- फागु काव्य परम्परा और उसका भव्ययन संस्कृत काव्यों वैकाग, रत्नावली नाटक में फागु-विद्वानों द्वारा कागु की विभिन्न परिभावार्थ- विविध आदिकालीन फागुओं के उदाहरण- फागु काव्यों की सामान्य प्रवृत्तियां का काव्यों का भानिक स्वरूप और डफ के गीतों में उसके तत्व फागु काव्यों की विशिष्ट ली प्रासात्मक कुछ मान्यताएं और उनपर विचार- का बंध वनाओं कामविष्य पर्व निष्कर्क- वीं शताब्दी के फागों का साहित्यिक मूल्यांकनदूरि काय- नैकिन फागु स्थूलभद्र फागु- नेमिनाथ फागु- निष्कर्ष१५वीं शताब्दी के काम और उनका विश्लेषण- मेमिनाथ कागु-नेमिनाथ का (प्रथम, दिवसीय ) - रावण पार्श्वनाथ फागु-जम्बूस्वामी का जीरापाली पार्श्व नाथ- gosteen trच पान्डव कागु-परदेश्वर वर्ती काम-वसंत फायु