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अनेक राजबंधों में जैन धर्म को माना। महावीर पाबात जैन धर्म त सम्प्रदाय हो गए। विताम्बर, १० दिगम्बर, - यापनी ताम्बर सम्प्रकार के अधिकतर मनुयायी रबर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के प्रदेशों या दिगम्बर सम्प्रदाय दक्षिण में अधिक सामाजिक में दिगम्बर सम्प्रदाय अनुयायी राजस्थान में भी मिल जाये। बाम्बर भन्दा aryal प्राचीन राजस्थानी या जनी गुजराती वा सर
अ धिक काम रखना की या गिम्बर सम्प्रदाय वाले सालों में दी भाग काय रमा की। बीरा सम्प्रदा. यापनीय सम्प्रदाय है। यद्यपि या सम्प्रदाय विणभर सबा अधिक मिलता है परन्तु इसके मानने वालों की स्या का है। समापि स्वयंभू भी इसी सम्प्रदाय के अनुयायी थे। इन प्रदाग सिद्धान्ती निर मा वाम गाभ्य
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उत्तर भारत मावी वादी जैन धर्म का इस प्रकार रहा। मगर महाराव बीटार गाय थे। बाटार पुलिस महागलोर
, भानु प्रकरण गरमागरमालामा पीनामापीवाली की साकोलीग-N-
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