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६) कपिलमुनि खुद के कौनसे सोच पर लज्जित हुए ? (पृ.३०) ७) भोगों में आसक्त मनुष्य को कौनसी उपमा दी है ? (गा.२५) ८) संसारसमुद्र पार करनेवाले साधु को किसकी उपमा दी है ? (गा.२६) ९) मनुष्य के जीवित को द्रुमपत्रक की उपमा क्यों दी है ? (गा.३०) १०) जीवन की क्षणभंगुरता स्पष्ट करने के लिए कौनसा दृष्टान्त दिया है ? (गा.३१) ११) 'निरुपक्रम आयु' किसे कहते हैं ? (पृ.३८, टिप्पण) १२) 'सोपक्रम आयु' किसे कहते हैं ? (पृ.३८, टिप्पण) १३) 'द्रुमपत्रक' अध्ययन में कौनसी पदावलि बार-बार आयी है ? उसका अर्थ लिखिए । १४) 'शारदिक कुमुद' के उदाहरण से भ. महावीर ने गौतम गणधर को क्या समझाया ? (गा.३५) १५) इषुकारीय' अध्ययन की कथा कौनसे छह व्यक्तियों से सम्बन्धित है ? (पृ.४२, परिच्छेद १) १६) पुरोहित अपने पुत्रों को किस प्रकार का जीवन बिताने को कहता है ? (गा.४२) १७) पुरोहितपुत्र अपने पिता को कौनसा जवाब देते हैं ? (गा.४३) १८) 'जस्सत्थि मच्चुणा सक्ख' इस गाथा का तात्पर्य लिखिए । (पृ.५०, टिप्पण) १९) पुरोहित पत्नी के मन में किस कारण विरक्ति के भाव उत्पन्न होते हैं ? (गा.५२) २०) रानी कमलावती, कौनसे घृणित शब्दों में इषुकार राजा की निंदा करती है ? (गा.५३) २१) कमलावती रानी, इषुकार राजा का लोभ किस शब्दों में व्यक्त करती है ? (गा.५४) २२) 'संजयीय' अध्ययन के दो भाग स्पष्ट कीजिए । (पृ.५६,५७) २३) प्रत्येकबुद्ध' किन्हें कहते हैं ? (पृ.५८, टिप्पण) २४) उत्तराध्ययन के तेईसवें अध्ययन का नाम केशि-गौतमीय' क्यों रखा गया है ? (पृ.६०, प्रस्तावना) २५) केशीकुमार और गौतम गणधर किनके प्रतिनिधि थे ? (पृ.६०, प्रस्तावना) २६) भ. पार्श्वनाथ प्रणीत चौथा बहिदादाण विरमण व्रत. भ. महावीर ने कौनसे दो महाव्रतों में स्पष्टत: विभक्त किया
? (पृ.६२, टिप्पण) २७) प्रथम तीर्थंकर भ. ऋषभदेव के साधु ऋजु-जड थे' - स्पष्ट कीजिए । (पृ.६३, टिप्पण) २८) 'अंतिम तीर्थंकर भ. महावीर के साधु वक्र-जड थे' - स्पष्ट कीजिए । (पृ.६३, टिप्पण) २९) 'मध्य के बाईस तीर्थंकरों के साधु ऋजु-प्राज्ञ थे' - स्पष्ट कीजिए । (पृ.६३, टिप्पण) ३०) साधु के वस्त्र के बारे में वर्धमान और पार्श्वनाथ की कौनसी धारणाएँ थी ? (गा.६४ का अर्थ) ३१) 'केशि-गौतमीय' अध्ययन के अंतिम दो गाथाओं में कौनसा ऐतिहासिक तथ्य निर्दिष्ट किया है ? (पृ.६५,६६) ३२) मुनि जयघोष ने कौनकौनसे महत्त्वपूर्ण शब्दों का सच्चा अर्थ, ब्राह्मण विजयघोष को बताया ?
(पृ.६७, परिच्छेद ४) ३३) यज्ञीय' अध्ययन की गाथाओं में कौनसी पदावलि बार-बार पुनरावृत्त हुई है ? ३४) जीवों का संक्षेप ज्ञान' कौनसा है ? (पृ.७०, टिप्पण, प्रथम परिच्छेद) ३५) जीवों का संग्रह ज्ञान' कौनसा है ? (पृ.७०, टिप्पण, परिच्छेद २) ३६) 'सचित्त' किसे कहते हैं ? कुछ उदाहरण दीजिए । (पृ.७१, टिप्पण) ३७) अचित्त' किसे कहते हैं ? कुछ उदाहरण दीजिए । (पृ.७१, टिप्पण) ३८) न वि मुंडिएण समणो' - इस गाथा का तात्पर्यार्थ समझाइए । (पृ.७१, गा.८१, टिप्पण) ३९) श्रमण', 'ब्राह्मण', 'मुनि' और 'तापस' इन चारों के मुख्य लक्षण लिखिए । (गा.८२, अर्थ) ४०) षट् (६) आवश्यकों के सिर्फ नाम लिखिए । (पृ.७६, प्रस्तावना) ४१) 'सामायिक' शब्द का मूलगामी अर्थ लिखिए । (पृ.७६, प्रस्तावना)