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श्रीमन्त्रराजगुणकल्पमहोदधि ॥ विषय
पृष्ठसे उदासीन भाव प्राप्ति, विधि तथा उस का फल १२६ ध्यान मग्न तत्त्वज्ञानी का स्वरूप ... ... आनन्दमय तत्व-अवस्थिति निष्कर्मत्त्व की महिमा तथा उस का फल परमानन्द का महत्त्व
१३२ सद्गुरु की उपासना का महत्त्व ... ... आत्मप्रसाद का उपदेश
चतुर्थ परिच्छेद (नमस्कार कला में से उद्धत विषय ) समस्त क्षुद्रोपद्रव नाश तथा कर्मक्षय का मन्त्र शाकिन्यादि नाश-मन्त्र . महारक्षा मन्त्र ... ... ... ... ... १३५ आत्मरक्षक इन्द्रकवच शिरः पीड़ादि नाशक मन्त्र
१३६ ज्वर नाशक मन्त्र ... .. दुष्ट चौरादि संकट नाशक, शान्तिकारक, कार्यसाधक मन्त्र १३७ तस्कर भयादि नाशक मन्त्र ... सर्व कार्य साधक मन्त्र ... कर्मक्षय कारक मन्त्र
___ ... ... ... .. १३८ रक्षादि कारक मन्त्र
१३८ सर्वकामप्रद मन्त्र ...
१३८ चतुर्थ फल कारक मन्त्र सर्वकल्याणकारी विद्या रक्षाकारक मन्त्र ... रक्षा-मन्त्र ... ...
१३६ तस्कर दर्शन नाशक मन्त्र
१३६ सर्वसम्पत्तिकारिणी विद्या
१३६ अभीष्ट फलदायिनी विद्या ...
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