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ज्ञानप्रदीपिका। मेषयुग्मधनुःकुम्भतुलासिंहाश्च पूरुषाः ।
राशयोऽन्ये स्त्रियः प्रोक्ता ग्रहाणां भेद उच्यते ॥१५॥ मेष, मिथुन, धनु, कुंभ, तुला और सिंह ये पुरुषराशियाँ हैं बाको स्त्रीराशि ।
पुमान्सोऽर्कारगुरवः शुक्रन्दुभुजगाः स्त्रियः ।
मन्दज्ञकेतवः क्लीबा ग्रहभेदाः प्रकीर्तिताः ।।१६॥ ग्रहों में सूर्य, मंगल, बृहस्पति, ये पुरुषग्रह, शुक्र, चंद्र और राहु स्त्रोग्रह तथा शनि बुध और केतु ये क्लीव ग्रह है।
तुलाकोदण्डमिथुना घटयुग्मं नराः स्मृताः । एकाकिनी मेषसिंही वृषकर्कालिकन्यकाः ॥१७॥ एकाकिनः स्त्रियो प्रोक्ताः स्त्रोयुग्मो सकरान्तिमौ । एकाकिनोऽन्दुकुजाः शुक्रज्ञार्काहिमन्त्रिणः ॥१८॥
एते युग्मग्रहाः प्रोक्ताः शास्त्र ज्ञानप्रदीपके । तुला, धनु, मिथुन, कुंभ, मिथुन (?) ये पुरुषग्रह हैं, मेष सिंह ये एकाकी पुरुष हैं। वृष फर्क वृधिक कन्या ये एकाकी स्त्रीराशि हैं । मकर और मीन ये स्त्रीयुग्म कहे जाते हैं।
सूर्य चन्द्रमा मंगल ये एकाकी ग्रह हैं और शुक्र बुध शनि राहु वृहस्पति ये ग्रहयुग्म ग्रह के नाम से इस ज्ञान प्रदीपक में कहे गये हैं।
विप्राः कालिमीनाश्च धनुःसिंहकिया (१) नृपाः ॥१६॥
तुलायुग्मघटा वैश्याः शूद्रा नक्रोक्षकन्यकाः । कर्क, वृश्चिक, और मीन ये ब्राह्मण, धनुः सिंह और मेष ये क्षत्रिय, तुला मिथुन और कुंभ ये वैश्य तथा बृष मकर और कन्यो ये शूद्रराशियाँ हैं ।
नृपो अर्ककुजो विप्रो बृहस्पतिनिशाकरौ ॥२०॥
बुधा वैश्यो भृगुः शूद्रो नीचावर्कभुजङ्गमौ । ग्रहों में भी सूर्य मंगल क्षात्रय, वृहस्पति; और चंद्र ब्राह्मण, बुध वैश्य, शुक शूद्र और शनि तथा राहु नीच हैं।
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