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________________ जी 5 to 14625 के पतिजीवी गुण प्रश्न ०८१- महासत्ता किसे कहते हैं ? उत्तर प्रश्न ०८२उत्तर - - प्रश्न ०८३उत्तर प्रश्न ०८४ उत्तर - - अनुजीवी गुण - 1-001 अन्याबाध चारित्र - पाचरण UUU अवगाह चेतखा प्रश्न ०८५ - ज्ञानचेतना के कितने भेद हैं ? उत्तर सुख अभच्यत द्रव्य प्राण रस वेजचारित्र सकल चक्षु अपक्ष अवधि केवल वर्णन कर्मान वर्शन वर्शन समस्त पदार्थों के अस्तित्व को ग्रहण करने वाली सत्ता को महासत्ता कहते हैं । ज्ञानचेतना किसे कहते हैं ? अवान्तरसत्ता - विशिष्ट - विशेष पदार्थ को विषय करने वाली चेतना को ज्ञान चेतना कहते हैं। १६१ अवान्तरसत्ता किसे कहते हैं ? किसी विवक्षित पदार्थ की सत्ता को अवान्तरसत्ता कहते हैं । दर्शनचेतना के कितने भेद हैं ? दर्शनचेतना के चार भेद हैं चक्षुदर्शन, अचक्षुदर्शन अवधिदर्शन और केवलदर्शन । - ( प्रश्न - दर्शनचेतना कब उत्पन्न होती है ? उत्तर दर्शनचेतना छद्मस्थ जीवों को ज्ञान के पहले और केवलज्ञानियों को ज्ञान के साथ-साथ उत्पन्न होती है।) ( लघु जैन सिद्धांत प्रवेशिका, प्रश्न ८२ ) - ज्ञानचेतना के पाँच भेद हैं मतिज्ञान, श्रुतज्ञान, अवधिज्ञान, मन:पर्ययज्ञान और केवलज्ञान ।
SR No.009716
Book TitleGyanpushpa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTaran Taran Gyan Samsthan Chindwada
PublisherTaran Taran Gyan Samsthan Chindwada
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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