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ज्ञान विज्ञान भाग -१ चौबीस जीव स्थान - गति, इन्द्रिय, काय, योग, वेद, कषाय, ज्ञान, संयम, दर्शन, लेश्या, भव्य,
सम्यक्त्व, सैनी, आहारक, गुणस्थान, जीव समास, पर्याप्ति, प्राण, संज्ञा,
उपयोग, ध्यान, आश्रव, योनि, कुलकोडि। पच्चीस कषाय
अनंतानुबंधी क्रोध, मान, माया, लोभ । अप्रत्याख्यान क्रोध, मान, माया, लोभ । प्रत्याख्यान क्रोध, मान, माया, लोभ । संज्वलन क्रोध, मान, माया, लोभ । नौ नो कषाय - हास्य, रति, अरति, शोक, भय, जुगुप्सा, स्त्रीवेद, पुरुषवेद, नपुंसक वेद।
अभ्यास के प्रश्न प्रश्न १ - आठ कर्म के नाम लिखिये। प्रश्न २-चौदह ग्रंथों के नाम लिखिये। प्रश्न ३- चार आर्तध्यान के नाम लिखिये। प्रश्न ४ - चार रौद्रध्यान के नाम लिखिये। प्रश्न ५ - पुद्गल के विशेष गुणों के नाम लिखिये। ( कोई दस) प्रश्न ६ - अभक्ष्य वस्तुओं के नाम लिखिये । ( कोई दस) प्रश्न ७ - नौ नो कषाय के नाम लिखिये। प्रश्न ८ - चार कषायों के नाम लिखिये।
प्रेरणा गीत बोल सको तो मीठा बोलो, कटुक बोलना मत सीखो। बचा सको तो जीव बचाओ, जीव मारना मत सीखो || बदल सको तो कुपथ बदलो, सुपथ बदलना मत सीखो। बता सको तो राह बताओ, पथ भटकाना मत सीखो || जला सको तो दीप जलाओ, हृदय जलाना मत सीखो। बिछा सको तो फूल बिछाओ, शूल बिछाना मत सीखो | मिटा सको तो गर्व मिटाओ, प्यार मिटाना मत सीखो । कमा सको तो पुण्य कमाओ, पाप कमाना मत सीखो || लगा सको तो बाग लगाओ, आग लगाना मत सीखो । बोल सको तो सच्चा बोलो, झूठ बोलना मत सीखो ।।