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किया- कोश
२.६७
कण्हलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियावाई किं नेरइयाज्यं पकरेंति - पुच्छा । गोमा ! नो नेरख्याश्यं पकरेंति, नो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुस्साज्यं पकति, नो देवाउयं पकरेंति xxx । एवं नीललेस्सा वि, काउलेरसा वि । ( प्र १४ ) तेउलेस्सा णं भंते ! जीवा किरियाबाई किं नेरइयाउयं पकरेंति - पुच्छा ! गोयमा ! नो नेरइयाउयं पकरेंति, नो तिरिक्खजोणियाज्यं पकरेंति, मणुस्साड्यं विपकरेंति, देवायं विपकरेंति । जर देवायं पकरेंति तहेव । xxx । एवं पहलेस्सा वि सुक्कलेत्सा वि नायव्वा । ( प्र १५-१६ )
अलेस्सा णं भंते! जीवा किं नेरइयाउयं - पुच्छा। गोयमा ! नो नेरझ्याउयं पकरेंति, नो तिरिक्खजोणियाज्यं पकरेंति, नो मणुस्साउयं पकरेंति, नो देवाउयं पकरेंति । ( प्र १७ )
xxx सुक्काक्खिया जहा सलेस्सा | ( प्र १८ )
सम्मदिट्ठी णं भंते! जीवा किरियाबाई किं नेरख्याउयं जाव पुच्छा । गोयमा ! नो राउयं करेंति, नो तिरिक्खजोणियाउयं पकरेंति, मणुरसाउयं वि पकरेंति, देवायं विपकरेंति । xxx | ( प्र १६ )
गाणी आभिणिबोहियनाणी य सुयनाणी य ओहिनाणी य जहा सम्मदिट्ठी । ( प्र. २० )
मणपज्जवणाणी णं भंते ! जाव पुच्छा । गोयमा ! नो नेरइयाज्यं पकरेंति, नो तिरिकख जोणिया उयं पकरेंति, नो मणुस्साउयं पकरेंति, देवाउयं पकरेंति । जइ देवाडयं पकरेंति, किं भवणवासि जाव पुच्छा । गोयमा ! नो भवणवासिदेवाड्यं पकरेंति, नो वाणमंतराज्यं पकरेंति, नो जोइसियाउयं पकरेंति, वैमाणियदेवाउयं पकरेंति । केवलनाणी जहा अलेस्सा xxx | ( प्र २१-२२ )
सन्नासु चसु वि जहा सलेस्सा। नो सन्नोवउत्ता जहा मणवज्जवणाणी । सवेदगा जाव नपुंसगवेद्गा जहा सलेस्सा |
अवेदगा जहा अलेस्सा |
सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेहसा ।
अकसायी जहा अलेस्सा।
सजोगी जाव कायजोगी जहा सलेस्सा। अजोगी जहा अलेस्सा | सागारोवसाय अणागारोवउत्ता य जहा सलेस्सा ( प्र २२ )
किरियाबाई णं भंते! नेरश्या किं नेरइयाउयं ( जाव पकरेंति ) पुच्छा ।
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