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क्रिया-कोश ६२ ४.३.३ क्रियावादी (समदृष्टि ) जीव और जीवदडक :
[भग० श३० में जिस क्रियावादी जीव का वर्णन है वह समष्टि क्रियावादी है: मिथ्य दृष्टि क्रियावादी नहीं है । ]
जीवा णं भंते ! कि किरियावाई, अकिरियावाई, अन्नाणियवाई, वेणइयवाई ? गोयमा ! जीवा किरियावाई वि, अकिरियावाई वि, अन्नाणियवाई वि, वेणइयवाई वि ।
सलेस्सा णं भंते ! जीवा किं किरियावाई पुच्छा । गोयमा ! किरियावाई वि, अकिरियावाई वि, अन्नाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । एवं जाव सुक्कलेस्सा।
अलेस्सा णं भंते। जीवा–पुच्छा । गोयमा ! किरियावाई, नो अकिरियावाई नो अन्नाणियवाई, नो वेणइयवाई ।
कण्हपक्खिया णं भंते ! जीवा किं किरियावाई- पुच्छा । गोयमा ! नो किरिया. वाई, अकिरियावाई, अन्नाणियवाई वि, वेणइयवाई वि। सुक्कपक्खिया जहा सलेस्सा | सम्मदिट्ठी जहा अलेस्सा । मिच्छादिट्ठी जहा कण्हपक्खिया।
सम्मामिच्छादिट्ठीणं---पुच्छा । गोयमा ! नो किरियावाई, नो अकिरियावाई, अन्नाणियवाई वि, वेणइयवाई वि । णाणी जाव-केवलनाणी जहा अलेस्से। अन्नाणी जाव-विभंगणाणी जहा कण्हपक्खिया। आहारसन्नोवउत्ता जावपरिग्गइसन्नोवउत्ता जहा सलेस्सा। नो सन्नोवउत्ता जहा अलेस्सा। सवेदगा जाव नपुंसगवेदगा जहा सलेस्सा। अवेदगा जहा अलेस्सा ! सकसायी जाव-लोभकसायी जहा सलेस्सा। अकसायी जहा अलेस्सा सजोगी जाव कायजोगी जहा सलेस्सा। अजोगो जहा अलेस्सा। सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता जहा सलेस्सा।
नेरझ्या णं भंते ! कि किरियावाई-पुच्छा । गोयमा ! किरियावाई वि, जाव वेणझ्यवाई वि।
सलेस्सा णं भंते । नेरइया कि किरियावाई ? एवं चेव । एवं जाव काउलेस्सा। कण्हपक्खिया किरियाविवजिया । एवं एएणं कमेणं जश्च व जीवाणं वत्तव्यया वि जावअणागारोवउत्ता। नवरं जं अस्थि तं भाणियव्वं । सेसं न भण्णइ !
जहा नेरइया एवं जाव-थणियकुमारा। पुढविकाइया णं भंते ! किं किरियावाई-पुच्छा-गोयमा ! नो किरियावाई,
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