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गाथा १८
ANIANT
NAMITM
सूत्र का उल्लंघन करके उपदेश देने वाला
पुरुष भले ही बहुत से गुणों और । व्याकरणादि अनेक विद्याओं का स्थान हो तो भी वह उसी प्रकार त्याग देने योग्य है।
जिस प्रकार लोक में श्रेष्ठ मणि सहित भी विषधर सर्प विघ्नकारी होने से त्याज्य ही होता है।
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