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________________ प्रकरण दूसरा उत्तर - नहीं; उसके चलने में उसकी अपनी कियावतीशक्ति का क्षेत्रान्तररूप परिणमन है, वह सच्चा कारण है; भाप आदि तो निमित्तमात्र हैं। प्रश्न 134 - वृक्ष से फल नीचे गिरा, उसमें पृथ्वी की आकर्षण शक्ति कारण है - यह सिद्धान्त यथार्थ है ? उत्तर - नहीं; फल अपने परमाणुओं की क्रियावतीशक्ति के गमनरूप परिणमन के कारण गिरता है, फल के डण्ठल का सड़ जाना, हवा का चलना आदि तो निमित्तमात्र है। प्रश्न 135 - फब्बारे का पानी ऊपर उछलता है और झरने का पानी नीचे की ओर गिरता है - इसका क्या कारण है ? उत्तर - दोनों में उन-उन परमाणुओं की क्रियावतीशक्ति का गमनरूप परिणमन कारण है। | अनुजीवी और प्रतिजीवी गुण | प्रश्न 136 - अनुजीवी गुण किसे कहते हैं? उत्तर - भावस्वरूप गुणों को अनुजीवी गुण कहते हैं; जैसे कि जीव के अनुजीवी गुण - चेतना (दर्शन ज्ञान) श्रद्धा, चरित्र, सुख आदि और पुद्गल के अनुजीवी गुण - स्पर्श, रस, गन्ध, वर्ण आदि। प्रश्न 137 - प्रतिजीवी गुण किसे कहते हैं ? उत्तर - वस्तु के अभावस्वरूप धर्म को प्रतिजीवी गुण कहते हैं; जैसे कि - नास्तित्व, अमूर्तत्व, अचेतनत्व आदि। प्रश्न 138 - जीव के अनुजीवी गुण कौन-कौन से हैं ? उत्तर - चेतना (दर्शन, ज्ञान), श्रद्धा (सम्यक्त्व), चारित्र,
SR No.009453
Book TitleJain Siddhant Prashnottara Mala Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendra Jain
PublisherKundkund Kahan Parmarthik Trust
Publication Year
Total Pages419
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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