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________________ श्री जैन सिद्धान्त प्रश्नोत्तरमाला प्रश्न 8 - अलक्ष्य किसे कहते हैं ? उत्तर लक्ष्य के अतिरिक्त अन्य पदार्थों को 'अलक्ष्य' कहते हैं । - 301 प्रश्न 9 - असम्भवदोष किसे कहते हैं ? उत्तर - लक्ष्य में लक्षण की असम्भवता को 'असम्भवदोष' कहते हैं । विशेष - जो लक्षण, लक्ष्य में हो ही नहीं - ऐसा लक्षण जहाँ कहा जाए, वहाँ असम्भवपना जानना; जैसे, आत्मा का लक्षण जड़त्व कहें तो वह लक्षण प्रत्यक्षादि प्रमाण द्वारा भी विरुद्ध है, इसलिए वह असम्भवदोषसहित लक्षण है, क्योंकि उसके द्वारा आत्मा को मानने से पुद्गलादि भी आत्मा हो जाएँगे और आत्मा है, वह अनात्मा हो जाएगा - यह दोष आयेगा । (मोक्षमार्गप्रकाशक, देहलीवाला, पृष्ठ 315) प्रश्न 10 सच्चा लक्षण किसे कहते हैं ? - उत्तर - जो लक्षण, लक्ष्य में तो सर्वत्र हो और अलक्ष्य में किसी भी स्थान पर न हो, वही सच्चा लक्षण है; जैसे कि आत्मा का लक्षण चैतन्य; चुँकि वह लक्षण सभी आत्माओं में होता है और अनात्मा में कहीं भी नहीं होता, इसलिए वह सच्चा लक्षण है । उसके द्वारा आत्मा को मानने से आत्मा और अनात्मा का यथार्थ ज्ञान होता है, कोई दोष नहीं आता.... (मोक्षमार्गप्रकाशक, पृष्ठ 315 ) प्रमाण प्रश्न 11 प्रमाण किसे कहते हैं ? उत्तर- 1. स्व और परपदार्थ का निर्णय करनेवाले ज्ञान को
SR No.009453
Book TitleJain Siddhant Prashnottara Mala Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendra Jain
PublisherKundkund Kahan Parmarthik Trust
Publication Year
Total Pages419
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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