________________
TIMAIL...
विमलनाथ
कल्पसूत्रे सशब्दार्थे ॥८३४॥
प्रभोः
3
लाख वर्ष, गर्भ कल्याणक वैशाख शुक्ल द्वादशी, जन्म कल्याणक माघ शुक्लतृतीया. कुंवरपद १५ पन्द्रह लाख वर्ष, राज्यगादी समय ३० तीस लाख वर्ष. शिविका विमला. दीक्षा कल्याणक माघ शुक्ल चौथ १ एक हजार के साथ. पहली गोचरी दाता का नाम जय. पहली गोचरी में क्या मिला खीर. छद्मस्थ अवस्था काल दो मास चैत्यवृक्षका नाम जम्बू. केवल कल्याणक पौषशुक्ल षष्ठी, निर्वाण कल्याणक आश्विन कृष्ण सातम, देह प्रमाण ६० धनुष वर्ण कंचन. लक्षणसूर नायक गणधर मन्दिर, अग्रणी साध्वी धरणीधरा. प्रव्रज्या समय १५ पन्द्रह लाख वर्ष गणधर ५७, साधु संख्या ६८ हजार. साध्वी संख्या १ एक लाख आठ सौ,श्रावक संख्या दो लाख आठ हजार, श्राविका संख्या ४ लाख २४ हजार, साधु केवली ५ पांच हजार पांच सो, साध्वी केवली, ११ हजार अवधिज्ञानी ४ हजार ८ आठसौ, मनःपर्यायी ५ पांच हजार पांच सौ, चतुर्दश पूर्वी १ हजार एक सौ, वैकुर्वीक छह हजार, वादी संख्या ३६ छत्तीस सौ, शासन काल ९ नव सागरोपम
-
"
.
"
||८३४॥