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सुपार्श्वनाथ . जिन चरित्रम्
कल्पसूत्रे मद्दण थेर आयरिय समीवे दीक्खिओ जाओ। वीस ठाणाई आराहिउण तित्थ- सशब्दार्थे दागर नाम गोयं कम्म उवाजियं अंतसमए संलेहणं संथारगं किच्चा समाहि॥८०५॥
मरणं किच्चा गेवेज्जविमाणे देवत्ताए उववण्णो ।
छ? गेवेज्जग देवलोगस्स अट्ठाइस सागरोवमं ठिइं पालिऊण तओ चविय वाणारसीए नयरीए जम्मकल्लाणं हवीअ, तस्स पिया नाम पतिटुसेणो, माया नाम पुढवी आसी, आऊ बीसलक्खपुव्वं आसी, गब्भकल्लाणग भद्दवयकिण्ह
अट्ठमीदिणे, जम्मकल्लाणगं जे? सुक्कबारस दिवसे, पंचलक्वपुव्वं कुमारपए, . चउद्दसलक्खपुव्वं रज्जं किच्चा, एगसहस्स परिवारेण सह जयंती नाम सिविया
रूढो जेटुसुक्कतेरसे दिवसे दीक्खिओ जाओ। पढम भिक्खादायारो माहिंद नामा, पढमे भिक्खाए खीरं लद्धं, छउमत्थावत्था नवमासा, सिरीस नाम चेइयरुक्खतले
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