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मैं दुखियारा तू चिदानंदी, मैं हूं कर्मोसे घिरा, शुद्ध स्वरूपी
कबतक छुपेगा, ये तो बता, छुपनेवाले सामने आ, छुप छुपके यूं न जला
कबतक सूरज छिप सकता, कबतक तू मुझसे अलग रह सकता कबतक छुपेगा, ये तो बता, छुपनेवाले सामने आ, छुप छुपके यूं न जला
देख रहा हूं तेरा प्रकाश मेरे तक आया हुआ, अब तू मुझसे अलग ऐसा न मान कबतक छुपेगा, ये तो बता, छुपनेवाले सामने आ, छुप छुपके यूं न जला
मैं तुझे, मुझमें ही देखूं, जानूं और अनुभवं फिर कैसे तू मुझसे अलग कबतक छुपेगा, ये तो बता, छुपनेवाले सामने आ, छुप छुपके यूं न जला
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