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घर से बुलावा आया है
घर से बुलावा आया है, प्रभु घर से बुलावा आया है, अब हो जाऊं तैयार भटक रही मैं अरसों से, प्रभु अब तो थकी बहुत,
घर से बुलावा आया है, प्रभु घर से बुलावा आया है, अब हो जाऊं तैयार
राग द्वेष की गलियों में तो भूल गई थी मेरा घर
बहुत बनाये झूठे घर, प्रभु बहुत बनाये झूठे घर
घर से बुलावा आया है, प्रभु घर से बुलावा आया है, अब हो जाऊं तैयार
शुभाशुभ भावों में तो हो गई मैं बिलकुल विभोर
भूल गई मेरी शुद्धता को, प्रभु भूल गई मेरी शुद्धता को
घर से बुलावा आया है, प्रभु घर से बुलावा आया है, अब हो जाऊं तैयार
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