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________________ પ્રતિપત્તિ-૨ | १७१ कम्मभूमिगमणुस्सित्थीओमणुस्सपुरिसायदो विसंखेज्जगुणाओ, पुव्वविदेह-अवरविदेह कम्मभूमिगमणुस्सित्थीओ मणुस्सपुरिसा यदो विसंखेज्जगुणा, पुव्वविदेह-अवरविदेह कम्मभूमिग-मणुस्सित्थीओ मणुस्सपुरिसा य दो विसंखेज्जगुणाओ, ____ अणुत्तरोववाइय देवपुरिसा असंखेज्जगुणा,उवरिमगेवेज्जा देवपुरिसासंखेज्जगुणा, जाव आणए कप्पे देवपुरिसा संखेज्जगुणा, अहेसत्तमाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेज्जगुणा,छट्ठीए पुढवीए णेरइयणपुसगा असंखेज्जगुणा, सहस्सारेकप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, महासुक्के कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, पंचमाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेज्जगुणा, लतए कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, चउत्थीए पुढ वीए णेरइय णुपंसगा असंखेज्जगुणा, बंभलोए कप्पे देवपुरिसा असखेज्जगुणा,तच्चाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेज्जगुणा,माहिदेकप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा,सणंकुमारे कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, दोच्चाए पुढवीए णेरइय णपुंसगा असंखेज्जगुणा, अंतरदीवग-अकम्मभूमग मणुस्सणपुसगा असखेज्जगुणा, देवकुरूत्तरकुरु-अकम्मभूमग-मणुस्सणपसगा दो वि संखेज्जगुणा, एवं जावविदेह त्ति, ईसाणे कप्पे देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, ईसाणे कप्पे देवित्थियाओ संज्जगुणा, सोहम्मे कप्पे देवपुरिसा संखेज्जगुणा, सौहम्मे कप्पे देवित्थियाओ संखेज्जगुणाओ, भवणवासि देवपुरिसा असंखेज्जगुणा, भवणवासि देवित्थियाओ संखेज्जगुणाओ, ___ इमीसेरयप्पभाए पुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेज्जगुणा,खहयर तिरिक्खजोणिय पुरिसा असंखेज्जगुणा,खहयर तिरिक्खजोणित्थियाओ संखेज्जगुणाओ,थलयर तिरिक्खजोणिय पुरिसा संखेज्जगुणा,थलयर तिरिक्खजोणित्थियाओ सखेज्जगुणाओ, जलयर तिरिक्खजोणियपुरिसा संखेज्जगुणा, जलयर तिरिक्खजोणित्थियाओ संखेज्जगुणाओ, वाणमंतर देवपुरिसा संखेज्जगुणा, वाणमंतर देवित्थियाओ संखेज्जगुणाओ। जोइसिय देवपुरिसा संखेज्जगुणा,जोइसियदेवित्थिायाओसंखेज्जगुणाओ,खहयरपंचिंदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसगा सखेज्जगुणा, थलयर णपुंसगा संखेज्जगुणा, जलयरणपुंसगा संखिज्जगुणा, चउरिदियणपुंसगा विसेसाहिया, तेइंदियणपुंसगा विसेसाहिया, बेइंदियणपुंसगा विसेसाहिया,तेउक्काइय एगिदिय तिरिक्खजोणियणपुसगा असखेज्जगुणा,पुढविक्काइय एगिदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसगा विसेसाहिया, आउक्काइय एगिदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसगा विसेसाहिया, वाउक्काइय एगिदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसगा विसेसाहिया, वणस्सइकाइय एगिदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसगा अणंतगुणा।
SR No.008771
Book TitleAgam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunitabai Mahasati, Artibai Mahasati, Subodhikabai Mahasati
PublisherGuru Pran Prakashan Mumbai
Publication Year2009
Total Pages860
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & agam_jivajivabhigam
File Size19 MB
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