________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
२०६
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
कोडिकल्याणजणणी दुक्खदुरियारिवग्गनिट्ठवणी । संसारजलहितरणी एका चिय होइ जीवदया ॥ [करोड़ों कल्याणों की जननी, दुःख पाप श्रादि शत्रुनों को समाप्त करने वाली तथा संसार सागर में नौका के समान अकेली जीव-दया है]
दया ही मित्रता की पात्रता है ।
For Private And Personal Use Only
✩