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स्वतन्त्रता संग्राम के समय एक वीर युवक का शरीर गर्दन कटकर नीचे गिर जाने पर भी तलवार चलाता रहा ! उसकी ऐसी वीरता से अंग्रेज बहुत चकित हुए । उन्होंने उसके पिताकी तलाश की । फिर पितासे विनय के साथ निवेदन किया कि आप यूरोप में चलिये और वहाँ भी ऐसे वीर पैदा कीजिये ।
पिताने कहा : " यूरोप में चलने को मैं तैयार हूँ; परन्तु वहाँ चलना व्यर्थ रहेगा ?"
अंग्रेज : "क्यों व्यर्थ रहेगा ?"
पिता : " वहाँ वैसी माँ नहीं मिल सकेगी, जैसी मेरे वीर बेटेकी थी ! "
अंग्रेज : "वहाँ बहुत सुन्दर गोरी-गोरी हजारों युवतियाँ हैं । अपनी मनपसन्द सौ-दो सौ युवतियोंको उनमें से चुन लीजियेगा ।"
पिता "सुन्दर तो वेश्याएँ भी होती हैं; परन्तु वीर पुरुष उत्पन्न करने के लिए सुशीला पत्नी चाहिये ।"
अंग्रेज : " सुशीला ! यह वाइफ का कौन सा प्रकार है ?" पिता : " आप सुनना चाहते हैं तो सुनिये । एक दिन की बात है । रात का समय था । घर में हम दोनों पतिपत्नी के अतिरिक्त और परिवारका कोई सदस्य नहीं था । मैंने प्यार से उसका मुँह चूम लिया । इससे वह नाराज हो कर अचानक बोली कि आपने पर पुरुष के सामने मेरा चुम्बन कैसे ले लिया ! अपने शिशु को ही वह पर पुरुष मान रही थी, जो उस समय पालने में झूल रहा था । इस
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