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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir -गुरुवाणी द्वारा आई गर्मी शरीर में अनेक व्याधि उत्पन्न करेगी. उदर पर असर करेगा. शरीर यदि टैम्प्रेचर से अधिक गर्मी सहन करेगा तो परिणाम मंदाग्नि पैदा करेगा. लोग सुविधा देखते हैं. मकान सुन्दर चाहिए, सीमेंट काकरी का बनाना है. बहुत छोटे टाइप का मकान होता है, ज्यादा प्रेशर रहता है. बहुत ज्यादा बीमारी का कारण मकान और वेश-भूषा. आधी बीमारी तो इसके कारण आती है और आधी खाने के कारण. ये सत्य है. घर में खुली हवा मिलती नहीं, सारे दिन पंखे की हवा में रहना पड़ता है, एयर-कूलर चलाते हैं, एयर कन्डीशन मकान में रहते हैं परन्तु शरीर में से प्रतिकार शक्ति धीमे-धीमे कम हो जाएगी. शरीर जो गर्मी सर्दी बरदाश्त कर सकता है और बर्दाश्त के बाद जो शक्ति शरीर में आती है. प्रतिकार शक्ति वह सब कमजोर हो जाएगी. रात दिन एयर कण्डीशन में रहिए, पंखों की हवा में रहिए, आप बाहर की गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे. जरा भी गर्मी लगी बेचैनी पैदा होगी. जरा भी बाहर गए, सर्दी जुकाम हो जाएगा. कारण शरीर से प्रतिकार शक्ति चली जाएगी. अप्राकृतिक वस्तुओं का सेवन करने से प्रकृति विरुद्ध चली जाएगी. बीमारी अलग आएगी. ___ सुविधा के लिए घर में फ्रिज रखते हैं, जिससे कितने ही रोग बढ़ गए, फ्रिज शरीर को कितना भयंकर नुकसान पहुंचाता हैं. क्षणिक शान्ति मिल जाए, ठण्डा पानी मिल जाएगा. थोड़ी सी सुविधा मिल जाएगी परन्तु आज के वैज्ञानिकों ने बहुत बड़ी खोज की हैं, कैंसर के कारणों में से यह भी एक कारण माना जाता है. अति सूक्ष्म मात्रा में यदि अन्दर ठण्डी चीज गई तो अन्दर की चमड़ी के जो सेल्स होते हैं, वे बर्दाश्त नहीं कर पाते. अति मात्रा में ठण्डा पीना धीमे-धीमे आगे चलकर के अन्दर में एक्सेस, एक प्रकार का फोडा, एक प्रकार का घाव पैदा करेगा. वो घाव आगे चलकर कैंसर बनता है इसीलिए बहुत ज्यादा अप्राकृतिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए. मिट्टी के घड़े रखिए, पानी रखिए, प्राकृतिक हवा से जो उस घड़े को ठण्डक मिलेगी उस पानी को पीने से जो तृप्ति मिलेगी. फ्रिज का एक बोतल पी जाएं उससे वह तृप्ति नहीं मिलेगी. घड़े का एक गिलास पानी पी लें, ठण्डा पानी स्वच्छ निर्मल पानी, प्राकृतिक दृष्टि से ठण्डा किया हुआ, अपूर्व तृप्ति मिलेगी. प्यास बुझ जाएगी. फ्रिज से बोतल निकाल करके पी लें, दस मिनट बाद प्यास तैयार. तृप्ति नहीं मिलेगी क्योंकि अप्राकृतिक है. आप फल-फूल जो भी चीज फ्रिज में रखते हों, रखिए, बिगड़ेगा नहीं. बाहर की गर्मी-सर्दी उस पर असर नहीं करेगी. परन्तु बेस्वाद बन जाएगा उसमें स्वाद नहीं आएगा. जो मधुरता होनी चाहिए वह नहीं होगी. अधिक मात्रा में ठण्डी के कारण उसकी मधुरता और स्वाद में फर्क आ जाएगा. __प्राकृतिक दृष्टि से पकी हुई चीज खाइए, उसके स्वाद को देखिए, उसके बाद फ्रिज में पकाइये, रखिए, फिर सेवन करिए, स्वाद में फर्क नजर आएगा. अपने स्वास्थ्य के साथ CUN Holo 515 For Private And Personal Use Only
SR No.008711
Book TitleGuruvani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmasagarsuri
PublisherAshtmangal Foundation
Publication Year1996
Total Pages410
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size20 MB
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