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थाना जिला।
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(९) थाना जिला । इसकी चौहद्दी यह है । उत्तरमें दमान, सूरत, पूर्व में पश्चिमीय घाट, दक्षिणमें कोलाबा, पश्चिममें अरब समुद्र। यहां ३५७३ वर्ग मील स्थान है। . यहांका इतिहास यह है कि सन् ई० से तीसरी शताब्दी पहले अशोकके शिलालेख सुपारामें अंकित किये गए थे। राना
अशोकके पीछे थाना और कोंकनमें अभृत्यने राज्य किया था फिर शाहवंश या पश्चिमी क्षत्रपोंने फिर मौर्यवंशने पुनः राज्य स्थापित किया जिसको कल्याणके चालुक्योंने नष्ट किया । सन् ८१० से १२६० तक यहां शिलाहरोंका राज्य था जिन्होंने पुरी (वर्तमान एलीफेन्टा) को अपनी राज्यधानी बनाया था यही कोंकगामें मौर्योका पूर्वीय स्थान था। शिलाहार लोग द्राविड वंशके थे । फिर मुसल्मानोंका अधिकार होगया ।
यहां बौद्धोंकी गुफाएं कन्हेरी, कोंदीवती, सैलसिटीके मागाथन और लोनाद नामकी भुइवंडीमें हैं।
(१) अमरनाथ-(अम्बरनाथ) ग्राम तालु० कल्याण। बम्बईसे ३८ मील अम्बरनाथ स्टेशनसे पश्चिम १ मील ग्रामसे पश्चिम १ मीलसे कम दूरीपर घाटीमें एक प्राचीन मंदिर है इसमें प्राचीन हिन्दू कारीगरीका बढ़िया नमूना है । इसमें एक शिलालेख शाका ९८२ (सन् १०६०) का पाया गया है जिससे मालूम हुआ कि इसे दक्षिण कल्याणके चालुक्योंके नीचे कोंकनके राजा महामंडलेश्वर चितराजदेवके पुत्र मानवानि राजाने बनवाया था। यहांके खम्भे और छत अजन्ताकी गुफाओंके समान है । बहुत सुन्दर