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१५० ] मुंबईप्रान्तके प्राचीन जैन स्मारक । ग्रामसे २० मील दूर खिप नगरसे दक्षिण नार नदीपर है । भीरपुर खासके पास कहसी नगरके ध्वंश हैं जो पहले ब्राह्मणावाद कहलाता था इसका नाश ८ वीं शताब्दीमें हुआ । यहां बहुत प्राचीन ध्वंश हैं।
( R. J. A S. of India I903-4 ) __(३) नगरपार्कर-ता० नगर । अमरकोटसे दक्षिण १२० . मील । प्राचीन नगर । नगरपार्करसे उत्तर पश्चिम भोदेश्वर है वहां तीन प्राचीन जैन मकानोंके ध्वंश हैं जो कहा जाता है कि सन् १३७५ और १४४९ में बनाए गए थे।
(४) विरावह-के ध्वंशोंमें जो जैन मंदिरोंके शेषांश हैं उनमेंसे मि० गिल बहुतसे खुदे हुए पाषाण कराची अजायब घरमें ले गए हैं। यहां बहुत प्राचीन व महत्वकी रचनाएं हैं। ग्राममें दूसरा जैन मंदिर है जो हालका बना है ।