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विभाग - ७
“तत्व झरना” प. पू. श्री मेघदर्शन विजयजी महाराज द्वारा लिखित
“तत्व झरj वांचने योग्य, जानने योग्य, आदरने योग्य
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- तत्व झरj - पांच समवाय - भव्य-अभव्य जीव - साधुवेश संयम का शणगार - सुखी होना है ? आत्मा के निकट आओ - मोक्ष किसको कहोगे? - मोक्ष किसको मिलता है ? - समकित - आश्रव और अनुबंध - मृत्यु बने महोत्सव
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