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४ अ. अब्भुट्ठिओमि सूत्र सूत्र विभाग ३२ sutra part
4 A. abbhutthiomi sutra मांगने के लिये
committed during the day अअिंतर = किये हुए. देवसि = दिन में, खामेउं = क्षमा abbhintara = committed, devasiam = during the day, khāmeuo = to seek मांगने के लिये
forgiveness इच्छं = आपकी आज्ञा स्वीकार करता हूँ
iccham = i accept your order खामेमि देवसि = दिवस में हुए अपराधों की] मैं क्षमा मांगता हूँ | khāmemi devasiam =ibeg pardon [for the misdeeds] committed during the day
खामेमि = मैं क्षमा मांगता हूँ, देवसि = दिवस में हुए। khāmemi = i beg pardon, devasiam = committed during the day जं किंचि अपत्ति पर-पत्तिअं= जो कोई अप्रीतिकारक, विशेष jam kinci apattiam para pattiam = whatever unpleasantness, bitterness is अप्रीतिकारक हुआ हो
done जं = जो, किंचि = कोई, अपत्ति = अप्रीतिकारक, पर- jam kinci = whatever, apattiam = unpleasantness, para-pattiam = पत्ति = विशेष अप्रीतिकारक हुआ हो ।
bitterness is done भत्ते पाणे = आहार-पानी में
bhatte pāne = in the matter of food, water भत्ते = आहार, पाणे = पानी में
bhatte = in the matter of food, pāņe = water विणए वेयावच्चे = विनय, वैयावृत्त्य में
viņae veyāvacce = regarding politeness, dedicated service विणए = विनय, वेयावच्चे = वैयावृत्त्य में
viņae = regarding politeness, veyāvacce = dedicated service आलावे संलावे = बोलने में, बातचीत करने में
ālāve sanlāve = while talking, during conversation आलावे = बोलने में, संलावे = बातचीत करने में
alave = while talking sanlave = during conversation उच्चासणे समासणे = [गुरु से] ऊंचे आसन पर बैठने से. गुरु के ] uccāsane samāsane = by sitting on a place [seat) higher [than the guru], by समान आसन पर बैठने से
sitting on a place equivalent to that of guru) प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग - १
Pratikramana Sutra With Explanation-Part-1 Jain Education International For Private & Personal use only
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