________________
२. पंचिंदिय सूत्र सूत्र विभाग २३ sutra part
2. pañcindiya sutra ८. काय गुप्ति- सावद्य और अनावश्यक शारीरिक क्रियाओं का निग्रह | 8.kāyagupti-Torestrain/control harmful and unnecessary activities of the करना.
body. . सूत्र परिचय :
| Introduction of the sutra :इस सूत्र में श्री आचार्य महाराज गुरु] के छत्तीस गुणों का वर्णन है. | In this sutra, there is adescription of thirty six qualities of sri acārya maharaja कोइ भी धार्मिक क्रिया करते समय स्थापनाचार्यजी की स्थापना करने | Iguru]. This sūtra is uttered to consecrate the sthāpanācāryaji at the time of the के लिये यह सूत्र बोला जाता है.
performance of any sacred rite.
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग - १
23
Pratikramana Sutra With Explanation-Part-1
Jain Education Interna
For Private & Personal use only
www.jainelibrary.org.