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३. खमासमण सूत्र
३. खमासमण सूत्र
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, जावणिज्जाए निसीहिआए ?, मत्थएण वंदामि..
सूत्र विभाग
शब्दार्थ :
| इच्छामि = मैं चाहता हूँ
खमा-समणो! = हे क्षमा-श्रमण ! / हे क्षमावान साधु महाराज! वंदिउं = वंदन करने के लिये
जावणिज्जाए = शक्ति के अनुसार
| निसीहिआए = पापमय प्रवृत्तिओं [ व्यापार ] को त्याग कर
| मत्थएण वंदामि = मस्तक [आदि पाँच अंगों से मैं वंदन करता हूँ मत्थएण = मस्तक से, वंदामि = वंदन करता हूँ
गाथार्थ :
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन भाग १
हे क्षमावान साधु महाराज! आपको मैं शक्ति के अनुसार पापमय प्रवृत्तियों को त्याग कर वंदन करना चाहता हूँ. मैं मस्तक | आदि पाँच अंगों] से वंदन करता हूँ.
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sutra part
... nisihiãe?, matthaeņa vandāmi.
3. khamāsamana sūtra
icchāmi khamā-samano! vandium, javanijae
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jāvaṇijjāe = according to the best of my ability
nisihiãe = renouncing evil activities
Literal meaning :
icchāmi = i wish
khamā-samanol = oh ksama-śramanal / oh sādhu mahārāja of forgiving nature! vandium = to obeisance
3. khamāsamana sūtra
matthaeṇa vandāmi = i obeisance with [five organs of the body such as] head
matthaena = with head, vandāmi = i obeisance
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Stanzaic meaning :
Oh sādhu mahārāja of forgiving nature! I wish to obeisance you according to the best of my ability, renouncing evil activities. I obeisance with [five organs of the body such as] head.
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Pratikramaņa Sutra With Explanation - Part - 1
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