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२. पंचिंदिय सूत्र
सूत्र विभाग sūtra part
2. pañcindiya sūtra पाँच महाव्रत :
Five great vows :१. प्राणातिपात विरमण व्रत-तीन योग और तीन करण से हिंसा 1. prānātipāta viramana vrata-Giving up of violence with three yoga and three का त्याग.
___karana. २. मृषावाद विरमण व्रत-तीन योग और तीन करण से असत्य का 2. mrsavadaviramana vrata-Giving up of untruth with three yoga and three त्याग.
karana. ३. अदत्तादान विरमण व्रत-तीन योग और तीन करण से अदत्त का 3. adattādāna viramaņa vrata-Giving up of things not given with three yoga त्याग.
and three karana. ४. मैथुन विरमण व्रत- तीन योग और तीन करण से मैथुन सेवन 4. maithuna virāmana vrata-Giving up of sexual pleasures / activities with का त्याग.
three yoga and three karaņa. ५. परिग्रह विरमण व्रत-तीन योग और तीन करण से परिग्रह का 5.parigraha viramana vrata-Giving up of possessions by three yoga and त्याग,
three karana. आचार = सम्यग् आचरण
| acāra = Right conduct/behaviour. पाँच प्रकार के आचार :
Five types of conduct - १. ज्ञानाचार-ज्ञान आध्यात्म ज्ञान में विधि पूर्वक वृद्धि कराने वाला 1.jnānācāra-Activities leading to improvementin jnana [spiritual knowledge) आचार.
according to the procedure. २. दर्शनाचार-दर्शन [श्रद्धा] गुण में वृद्धि और स्थिरता कराने वाला 2.darsanācāra-Activities leading to improvement and stability in the virtue of आचार.
darsana [right conduct]. 3. चारित्राचार-चारित्र में वृद्धि और स्थिरता कराने वाला आचार.| 3. caritrācāra- Activities leading to improvement and stability in caritral
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग -१
Pratikramana Sūtra With Explanation - Part - 1
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