________________
प्रस्तावना
Preface
लिप्यंतरण में अंग्रेजी के बड़े अक्षरों में कंपोजिंग असुविधाजनक होने| As composing of transliteration in English capital letters was unconvenient, से इस पुस्तक में संपूर्ण लिप्यंतरण अंग्रेजी के छोटे अक्षरों में किया गया | complete transliteration is beingdone in small letters of english in this book. है. लिप्यंतरण में व्यक्ति वाचक संज्ञा के लिये भी अंग्रेजी के छोटे अक्षरों | English small letters are beingused even for proper nouns in transliteration. का ही उपयोग किया गया है.
इन संकेतों की संपूर्ण जानकारी के लिए अलग से वर्णमाला के For the complete knowledge of these symbols, separate charts of complete कोष्ठक दिये गये हैं. साथ ही अंग्रेजी और भारतीय उच्चारण के अनुसार | alphabet are given. In addition to this, charts are also given with English words नागरी लिपि के अक्षरों का उच्चारण बताने के लिए कुछ अंग्रेजी शब्दों | showing the pronunciation of letters of nagari script according to British and के कोष्ठक भी दिये गये हैं. उसे आप अच्छी तरह पढ़कर और ठीक | Indian type of pronunciation. You will be able topronunce completely correct in से समझकर अगर सूत्र पढ़ेंगे तो आप परिपूर्ण रूप से सर्वांग शुद्ध | all ways, if you begin to read sutras after reading carefully and understand it उच्चारण कर सकेंगे. यहाँ एक बात ध्यान में रखें कि जो कोई भी सूत्र | carefully. Herekeepinmind thatifany sutra whichistobelearnt, should belearnt आपको पढ़ना है, उसे उसके पूर्ण जानकार व्यक्ति के मुँह से अच्छी तरह | and memorized only after grasping it well from person having complete ग्रहण कर लेना चाहिए और बाद में ही सूत्र पढ़ने और याद करने का knowledge of it so that no error ofany type would remain in the sutra. |प्रयास करना चाहिए, ताकि सूत्र में किसी भी प्रकार की अशुद्धि न रह जाए.
सभी सूत्रादि का अंग्रेजी में लिप्यंतरण हिन्दी भाषा के साथ दिया Transliteration in English of all sūtras etc. is given along with Hindi language. गया है. सभी सूत्रों के शब्दार्थ,गाथार्थ, विशेषार्थ व सूत्र परिचय हिन्दी | Literal meaning [meaning of the words], stanzaic meaning, specific meaning के साथ साथ अंग्रेजी भाषा में दिये गये हैं. अंग्रेजी भाषा में जैन शब्दावली | and introduction of the sutra for all the sutras are given in English along with अत्यंत सीमित होने के कारण योग्य शब्द का चयन समस्या पूर्ण रहा Hindi language. Due to very limited Jain terminology in English language,
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग - १
15
Pratikramana Sūtra With Explanation - Part - 1
Jain Education International
For Private & Personal use only
www.jainelibrary.org.