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अनु.
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૨૯
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३७
विषय
३८
भगवान् अरिहन्त भगवन्त हो जारह परीषह होने का नि३पासू- १०
जाहरसम्पराय प्रो सज परीषह डा संभव प्रा
नि३पएा सू-११ ज्ञानावर
परिषहों का नि३पएा सू-१२
हर्शन मोहनीय अन्तराय र्भ डे उध्य से श्रमश में दर्शन और जलाल परीषह डी उत्पत्ति प्रा नि३पासू- १3 यारित्रमोहनीयर्भ डे निमित्त से होनेवाले सात
निमित्त से होने वाले हो
परिषहों प्राथन सू-१४
वेहनीय
उध्य से होने वाले ग्यारह
परीषहों प्राथन सू-१५
जे भुवो जेड ही डाल मे होने वाले परीषहों
पांय शुव्रता नि३पासू-३०-३७ भारएशांति संलेजना प्रानि३पासू-३८ सम्यग्द्दष्टि पांय अतियार प्रा नि३पा सू-४० शुव्रत जेवं हिव्रत के पांय अतियार डा नि३पा सू-४१-४२
तीसरे सुव्रत स्तेनाहृताहि पांथ खतियारों प्रानि३पासू-४
४०
३८ योथे शुव्रत पांय अतियार प्रा नि३पएा सू-४४ पांथवे शुव्रत पांय अतियार डा नि३पाएा सू-४५ हिग्विरत्याहि सात शिक्षाव्रत डे पांय पांथ
૪૧
जतियारों का नि३पएा सू-४६
प्राथन सू-१९
हिंसाहि से निवृत्ति आहि व्रतो हा नि३पाएा सू-१७-२४ हिंसा के स्व३प नि३पासू-२५ मृषावाडा नि३पासू-२६ स्तेय प्रा स्व३प नि३पएा सू-२७ मैथुनानि३पासू-२८ परिग्रहा नि३पासू-२८
શ્રી તત્વાર્થ સૂત્ર : ૨
पाना नं.
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