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सूर्यप्रशप्तिसूत्रे के इयं विसेसेइ ता, सत्तढि भागे विससेइ ता जया गं सूरं गइसमावण्णं णक्खत्ते गइसमावणे भवइ, से णं गइमायाए केवइयं विसेसेइ ? ता पंचभागे विसेसेइ, ता जया णं चंद गइसमावणं अभीयी णक्खत्तेणं गइसमावण्णे पुरच्छिमाए भागाए समासाएइ पुरच्छिमाए भागाए समासादित्ता णव मुहुत्ते सत्तावीसं च सत्तट्ठिभागे मुहुत्तस्स चंदेण सद्धिं जोएइ, जोअं जोएत्ता जोयं अणुपरियटूइ जोयं अणुपरियहिता विप्पजहाइ विगतजोई यावि भवइ, ताजया णं चंदं गइ समावण्णं सवणे णक्खत्ते गइसमावणे पुरच्छिमाए भागाए समासाएइ पुरच्छिमाए भागाए समासादेत्ता तीसं मुहत्ते चंदेण सद्धिं जो जोएइ जो जोएत्ता जोयं अणुपरियइ, जो अणुपरियहिता विप्पजहइ विगतजोई यावि भवइ एवं एएणं अभिलावेणं णेतव्वं. पण्णरस मुहुत्ताइ तीसमुहुत्ताई पणयालीस मुहुनाई भाणितव्वाइं जाव उत्तरासाढा ॥ ता जया णं चंदं गइसमावणं गहे गइसमावपणे पुरच्छिमाए भागाए समासादेइ पुरच्छिमाए भागाए समासादेत्ता चदे ण सद्धि जोग जुजति, जोगं जोएत्ता जोगं अणुवरिय?इ जोगं अणुवरियट्टिना विप्पजहइ विगतजोई यावि भवइ । ता जया णं सूरं गइसमावण्णं अभीयो णक्वत्ते गईसमावण्णे पुरच्छिमाए भागाए समासादेइ, पुरच्छिमाए भागाए समामादेत्ता चत्तारि अहोरत्ते छच्च मुहत्ते सूरे णं सद्धिं जोयं जोएइ० जोयं जोएत्ता जोयं अनुपरियहइ जोयं अणुपरिद्वित्ता विजेई विगतजोगी यावि भवइ, एवं अहोरत्ता छ एकवीसं मुहुत्ता य तेरस अहोरत्ता वारस मुहत्ता य वीसं अहोरत्ता तिषिण मुहुत्ता य सव्वे भणियव्वा जाव जयाणं सूरं गइसमावणं उत्तरासाढा णक्खत्ते गइसमावण्णे पुरच्छिमाए भागाए समासादेई पुरच्छिमाए भागाए समासादेत्ता वीसं अहोरत्ते तिपिण य मुहत्ते सूरेण सद्धिं जोयं जोएइ, जोयं जोएत्ता जोयं अणुपरियट्टइ, जोयं अणुपरियहित्ता विजेइ विजहइ विप्पजहइ विगतजोगी यावि भवइ, ता जया गं सूरं
શ્રી સુર્યપ્રજ્ઞપ્તિ સૂત્ર : ૨