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________________ प्रमेयद्योतिका टीका प्र. १० सू. १५३ जीवानां नवविधत्वनिरूपणम् १५१९ साईयस्स अपजवसियस्स णत्थि अंतरं । एएसि णं भंते! पढमसमय नेरइयाणं पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं पढमसमय देवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयसणूसा पढमसमयणेरड्या असंखेजगुणा पढमसमयदेवा असंखेजगुणा पढमसमयतिरिकखजोणिया असंखेजगुणा । एएसि णं भंते ! अपढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमयमणूसाणं अपढमसमयदेवाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वातुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा अपढमसमयमणूसा अपढमसमयनेस्इया असंखेजगुणा अपढमसमयदेवा असंखेजगुणा अपढमसमय तिरिक्खजोणिया अनंतगुणा । एएसि णं भंते ! पढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयनेरइयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयनेरइया अपढमसमयणेरड्या असंखेजगुणा । एएसि णं भंते! पढमसमयतिरिक्खजोणियाणं- अपढमसमयतिरिक्खजोणियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा वहुया वा जाव विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयतिरिक्खजोणिया अपढमसमयतिरिक्खजोणिया अणतगुणा | मणुयदेव अप्पाबहुयं जहा णेरइयाणं । एएसि णं भंते! पढमसमयनेरइयाणं पढमसमयतिरिकखजोणियाणं पढमसमयमणूसाणं पढमसमयदेबाणं अपढमसमयनेरइयाणं अपढमसमयतिरिक्खजोणियाणं अपढमसमयमणूसाणं अपढमसमयदेवाणं सिद्धाणय कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा पढमसमयमणूसा अपढमसमयमणूसा જીવાભિગમસૂત્ર
SR No.006345
Book TitleAgam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 03 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1974
Total Pages1580
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_jivajivabhigam
File Size84 MB
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