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७ केइ छोड़ै नीलोतरी हो, केइ आदरै हो, अनेक
सांमी
बेला तेला ८ वले च्यार तीरथ आय मिल्या हो, काळ गया जब पूजजी हो, ९ जसकर्मी था जीवड़ा हो, वले आगे पिण जस हुंतौ दीसै घणौ हो,
१. खेत में उगने वाले कंटीले पौधे, घास, तृण आदि का काटना।
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छोड़ै
'सूड
प्रकारे आंण ||
निनांण " | सांमी. संथा ।
त
उहां पिण आहार पचख्या मन धार।। सांमी. त्यांरो जस गावै संसार | वेगा पामता दीसै भव पार।। सांमी.
भिक्खु जश रसायण