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52. जैनधर्म का एक विलुप्त सम्प्रदाय : यापनीय (210743), सागरमल जैन
अभिनन्दन ग्रन्थ, पा.वि. वाराणसी 53. जैनधर्म का त्रिविध साधना मार्ग (210744), विजयानन्दसूरि स्वर्गारोहण
शताब्दी ग्रन्थ 54. जैनधर्म की परम्परा, इतिहास के झरोखे से (210751), विजयानन्दसूरि
स्वर्गारोहण शताब्दी ग्रन्थ 55. जैनधर्म में नारी की भूमिका (210771), सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ, पा.
वि. वाराणसी 56. जैनधर्म के धार्मिक अनुष्ठान एवं कला तत्व 57. जैनधर्म में प्रायश्चित्त एवं दण्ड व्यवस्था (210774), सागरमल जैन अभिनन्दन
ग्रन्थ, पा. वि. वाराणसी 58. जैनधर्म में सामाजिक चिंतन (210779), सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ,
पा. वि. वाराणसी 59. जैननीतिदर्शन के मनौवैज्ञानिक आधार (210795), सागरमल जैन अभिनन्दन
ग्रन्थ, पा. वि. वाराणसी 60. जैन परम्परा में काशी (210807), राजेन्द्रसूरी जन्म शताब्दी ग्रन्थ 61. जैन परम्परा का ऐतिहासिक विश्लेषण, श्रमण, जुलाई-सितम्बर 1990 62. जैन परम्परा में बाहुबलि (210810) सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ, पा.वि.
वाराणसी 63. जैन, बौद्ध और औपनिषदिक ऋषियों के उपदेशों का प्राचीनतम संकलन
ऋषिभाषित (210821), सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ, पा.वि. वाराणसी 64. जैन, बौद्ध और गीतादर्शन में मोक्ष का स्वरूपः एक तुलनात्मक अध्ययन
(210822), राजेन्द्रसूरी जन्म शताब्दी ग्रन्थ 65. जैन वाक्य दर्शन (210854), सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ, पा. वि.
वाराणसी 66. जैन अध्यात्मवाद : आधुनिक संदर्भ में, श्रमण, अगस्त 1983 67. जैन शिक्षादर्शन (210876), सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ, पा. वि.
वाराणसी 68. जैन कर्मसिद्धान्त : एक विश्लेषण, श्रमण, 1994 69. जैन साधना और ध्यान (210911), महासती द्वय स्मृति ग्रन्थ, 70. जैनसाधना का आधार समयग्दर्शन, (210914), सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रन्थ, पा. वि. वाराणसी
जैन दर्शन में तत्त्व और ज्ञान
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