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अब निहारें परमाणु-जगत् का ताण्डव-नृत्य
__ अभ्यास १. पुद्गल क्या है? उसके स्वरूप को जैन दर्शन के आधार पर बताते हुए उसकी तुलना विज्ञान के द्वारा प्रतिपादित भौतिक पदार्थ और ऊर्जा के साथ करें।
२. पुद्गल के मूल गुणों के नाम एवं भेद-प्रभेद स्पष्ट करें। ३. “परमाणुवाद जैन दर्शन का प्राचीनतम अवदान है”—इसे सिद्ध करें। ४. जैन दर्शन के परमाणु के विभिन्न पर्यायों को स्पष्ट करें। ५. वर्गणा किसे कहते हैं? मुख्य वर्गणाएँ कौन-कौन-सी हैं?
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