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84... शंका नवि चित्त धरिये! सीले हुए वस्त्र पहनने से किसी भी प्रकार की ड्रेस पूजा के लिए प्रचलन में आ सकती है। धोती दुपट्टा पहनने पर इन सब दोषों से सहज रक्षा हो जाता है अत: पूजा के लिए शास्त्रों में धोती दुपट्टा का ही विधान है। ___ शंका- जिन्हें धोती पहननी नहीं आती हो उन्हें यदि कुर्ता-पायजामा की छूट दी जाए तो कोई दोष लगता है?
समाधान- पूजा शुरू करवाने की अपेक्षा कुर्ता पायजामा आदि की छूट देना अपवाद मार्ग है। परंतु वहाँ यह सावधानी रखना आवश्यक है कि उसकी देखा-देखी अन्य व्यक्ति कुर्ता आदि पहनकर पूजा करना प्रारंभ न कर दें। ऐसा होने पर अनवस्था दोष का प्रसंग आएगा। धोती के स्थान पर पायजामा एवं कुर्ते के स्थान पर उत्तरासंग पहनना चाहिए और धीरे-धीरे धोती पहनना शुरू कर देना चाहिए।