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________________ 142... यौगिक मुद्राएँ : मानसिक शान्ति का एक सफल प्रयोग • नशे की लत, भावात्मक अस्थिरता (Over Confidence), अविश्वास, अकेलापन- अगोचरी मुद्रा, जालंधरबंध मुद्रा, वज्रोली मुद्रा, काकी मुद्रा। • एकाग्रता की कमी, अविश्वास, अखुशहाल जीवन, लालच, स्वाभिमान की कमी- चिन्मय मुद्रा, नासिकाग्र मुद्रा, अगोचरी मुद्रा, महा मुद्रा, उड्डीयानबंध मुद्रा, मूलबंध मुद्रा, महावेध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताड़ागी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा-2, पाशिनी मुद्रा, काकी मुद्रा, भुजंगिनी मुद्रा। • गाली देना, चिल्लाना, बेहोशी, अनुत्साह, निर्ममता, आत्म-सम्मान की कमी, स्नेह की कमी- चिन् मुद्रा, भूचरी मुद्रा, वज्रोली मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा-1, भुजंगिनी मुद्रा। • व्यवहार में अकुशल, भावनाओं में रूकावट, आन्तरिक चिन्ता, अनुशासनहीनता, आत्महीनता, घबराहट, निष्क्रियता, भाषा सम्बन्धी समस्या- भूचरी मुद्रा, ब्रह्म मुद्रा, आकाशी मुद्रा, नभो मुद्रा, उड्डीयान बंध मुद्रा, जालंधरबंध मुद्रा, महाबंध मुद्रा, महावेध मुद्रा, खेचरी मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, पाशिनी मुद्रा। • उन्मत्तता, निराशा, अनुत्साह, अखुशहाल जीवन- चिन् मुद्रा, नौमुखी मुद्रा, योग मुद्रा, योगि मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा-2/ __ आध्यात्मिक रोगों के निदान में प्रभावी मुद्राएँ • क्रोध, मान, माया, लोभ, वाचालता, भय, ईर्ष्या, प्रमाद- चिन्मय मुद्रा, उन्मनी मुद्रा, भैरव मुद्रा, नौमुखी मुद्रा, योग मुद्रा, महा मुद्रा, उड्डीयानबंध मुद्रा, जालधरबंध मुद्रा, मूलबंध मुद्रा, महाबंध मुद्रा, महावेध मुद्रा, योनि मुद्रा, शक्तिचालिनी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, मांडुकी मुद्रा, अश्विनी मुद्रा, पाशिनी मुद्रा, काकी मुदा। . • सप्त व्यसन, चंचलता, कामुकता, अभिमान- अगोचरी मुद्रा, जालंधर बंध मुद्रा, वज्रोली मुद्रा, काकी मुद्रा। • आत्मबल की कमी, एकाग्रता की कमी, शंकालु वृत्ति- चिन्मय मुद्रा, अगोचरी मुद्रा, महा मुद्रा, उड्डीयान बंध मुद्रा, मूलबंध मुद्रा, महाबंध मुद्रा, महावेध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा-2, पशिनी मुद्रा, काकी मुद्रा, भुजंगिनी मुद्रा।
SR No.006257
Book TitleYogik Mudrae Mansik Shanti Ka Safal Prayog
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages232
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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