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विशिष्ट अभ्यास सांध्य यौगिक मुद्राओं की रहस्यपूर्ण विधियाँ ... 59
महा मुद्रा
विधि
महामुद्रा अभ्यास की अनेक विधियाँ है यहाँ सरल विधि प्रस्तुत कर रहे हैं• सर्वप्रथम आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं।
फिर दाहिने पैर की एड़ी को गुदाद्वार के नीचे रखे (एड़ी से गुदाद्वार को दबाकर रखें) तथा बायें पैर को सामने फैलाकर (सीधा ) रखें।
• फिर सामने की तरफ इतना झुके कि दोनों हाथों से बांये पैर के अंगूठे को पकड़ सकें।
• फिर पूरे शरीर को शिथिल करें।
• फिर लम्बा - गहरा श्वास लें, मूलबन्ध एवं शाम्भवी मुद्रा का अभ्यास करें। फिर अंतरंग कुम्भक लगाते (श्वास रोकते ) हुए चेतना को मूलाधार, विशुद्धि एवं आज्ञाचक्र पर केन्द्रित करें। प्रत्येक चक्र पर चेतना को एक या दो सैकण्ड तक स्थिर करें।
• श्वास रोकने की क्षमता अनुसार चेतना को मूलाधार, विशुद्धि, आज्ञा, फिर पुनः मूलाधार, विशुद्धि, आज्ञा इस तरह घुमाते रहें।