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________________ 278... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में 11. कटक मुद्रा कटक शब्द का एक अर्थ ‘समूह' है।12 इस मुद्रा में अंगुलियों को समूह रूप में एकत्रित किया जाता है अथवा अंगुलियाँ समूह रूप में संग्रहित हुई दिखती है इसलिए इसका नाम कटक मुद्रा है। ___ यह बौद्ध परम्परा की अपेक्षा हिन्दु परम्परा में अधिक प्रचलित है। यह मुद्रा सौन्दर्य परक है तथा देवियों के द्वारा पुष्प आदि पकड़ने के लिए की जाती है। इसके द्विविध प्रकारान्तर निम्न हैंप्रथम प्रकार दायीं या बायीं हथेली को मध्य भाग में रखें, फिर अंगुलियों को हथेली की तरफ इस भाँति मोड़ें कि तर्जनी का अग्रभाग अंगूठे के अग्रभाग का स्पर्श कर सकें, उस स्थिति में प्रथम कटक मुद्रा बनती है।13 कटक मुद्रा-1 लाभ चक्र- अनाहत एवं सहस्रार चक्र तत्त्व- वायु एवं आकाश तत्त्व ग्रन्थिथायमस एवं पिनियल ग्रन्थि केन्द्र- आनंद एवं ज्योति केन्द्र विशेष प्रभावित अंग- हृदय, फेफड़ें, भुजाएँ, रक्त संचरण तंत्र, मस्तिष्क, आँख।
SR No.006255
Book TitleHindu Mudrao Ki Upayogita Chikitsa Aur Sadhna Ke Sandarbh Me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages394
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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