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186... जैन मुद्रा योग की वैज्ञानिक एवं आधुनिक समीक्षा
विधि
"करस्य परावर्त्तनं विस्मय मुद्रा।"
हाथ का परावर्तन करना अर्थात हाथ को आश्चर्य से परावर्तित करना, घुमाना विस्मय मुद्रा है। सुपरिणाम
• यह मुद्रा जीवन में गतिशीलता प्रदान करती है। • इससे लघुमस्तिष्क (ज्ञान केन्द्र) सक्रिय होता है।
• इस मुद्रा का आज्ञा चक्र पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। 75. नाद मुद्रा
संस्कृत के 'नाद' शब्द का अर्थ प्रवाह होता है। यहाँ प्रवाह से तात्पर्य सजगता से है। साधारणत: नाद का आशय ध्वनि समझा जाता है। यह आंतरिक ध्वनि है, जिसे सजगता के केन्द्र-बिन्दु के रूप में प्रयोग किया जाता है।
कबीरदास ने कहा है-नाद अंतर्निहित है। यह शरीर के भीतर तार रहित
नाद मुद्रा