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318... नाट्य मुद्राओं का एक मनोवैज्ञानिक अनुशीलन
छवि चित्र - 5 : भूमिस्पर्श मुद्रा में वज्रासन बुद्ध बगल में अन्य बुद्ध आकृतियाँ धर्मचक्र प्रवर्तन, वरद, ध्यान मुद्रा आदि का प्रदर्शन करती हैं। बिहार से प्राप्त पाल शिल्प, ई. दसवीं शती ।
व्याख्यान / चिन्मुद्रा / संदर्शन मुद्रा
इस मुद्रा में दाएँ हाथ का अंगूठा एवं तर्जनी के अग्रभाग सटे हुए तथा हथेली बाहर की ओर घूमी हुई होती है। 40
देवगढ़ के नर-नारायण शिल्प में ऋषि नर के उठे हुए दायें हाथ में चिन्मुद्रा का अंकन पहचाना जा सकता है। 41 अन्य उदाहरण मंदसौर से प्राप्त यमुना मूर्ति में मिलता है। 42